Posts

Showing posts from February, 2017
मेरी गली से निकला ,घर तक नहीं आया,..!!! अच्छा वक़्त भी, रिश्तेदार जैसा निकला....!! - आज सोचा जिंन्दा हुँ तो घूम लूँ, मरने के बाद तो भटकना ही है ! नीरज कुमार अग्रवाल की फेसबुक वॉल से