Posts

Showing posts from August, 2017

डा. ज्ञान चंद जैन

11 अगस्त जिनकी पुण्य तिथि है उर्दू सहित्य के पुरोधा डा. ज्ञान चंद जैन स्योहारा। जनपद के साहित्यकारो का विश्व में बड़ा नाम है। जनपद के सकलेन हैदर, सज्जाद हैदर, अख्तरउल इस्लाम, हिलाल स्योहारवी, डा. ज्ञानचंद जैन आदि वे साहित्यकार हैं जिन्हे पूरी दुनिया में जाना जाता है। भारतीय लेखक और उर्दू साहित्य के स्कालर तथा भारत के उर्दू एर्वाड पदमश्री से सम्मानित डा. ज्ञान चंद जैन का जन्म १९ सितंबर १९२२ में स्योहारा में हुआ था। उनकी मृत्यू ११ अगस्त २००७ में पोर्ट विलेयर कैलिफोर्निया अमरिका में हुई। अपने अंतिम समय में डा. ज्ञानचंद जैन अपनी सरजमी को बेहद याद करते थे। उनकी गजल का एक शेर इस बात की ताईद करता है। मैं बरगद हूं उखड़ कर आ गिरा मशरिक से मगरिब में, किसी मैदान का टूकड़ा ही अपना है ना वन अपना। स्योहारा के लाला बहालचंद जैन के तीन पुत्रो में छोटे पुत्र डा. ज्ञान चंद जैन को उनके गालिब साहित्य पर स्कालरशिप तथा उनकी उर्दू में लिखी गई अनेक किताबों जिनमें एक भाषा दो लिखाबट दो अदब, उर्दू की नर्सरी दास्तानें, निशानयात, कच्चे बोल, दास्तानगोई, अंजूमन तरक्की ए उर्दू, आदि के लिए उर्दू जगत में जाना जाता रहेगा
Image
amar ujala 8 aug 2017 me prakashit

नगीना का जलियांवाला बाग

नगीना का जलियांवाला बाग नगीना का 'जलियावाला बाग' है पाईबाग नौशाद अंसारी, नगीना, बिजनौर : पंजाब के जलियावाला बाग में 1919 में हुए नरसंहार के जैसी घटना को ब्रिटिश हुकूमत ने बिजनौर में काफी पहले अंजाम दिया था। 1858 में नगीना में पाईबाग में अंग्रेजी हुकूमत ने अनेक लोगों पर गोलियां बरसाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना की एकमात्र निशानी के रूप में बचे एतिहासिक कुएं का आज तक संरक्षण नहीं किया जा सका है। इतिहास के जानकारों के अनुसार प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम लड़ रहे शेरकोट निवासी माढ़े खां ने अपने साथियों के साथ नगीना में मोर्चा कायम करने का फैसला किया। 21 अप्रैल 1858 को जब अंग्रेजों की फौज पाईबाग के निकट पहुंची तो घात लगाकर बैठे आजादी के दीवाने इनामत रसूल व जान मुहम्मद महमूद ने फौज पर बंदूक से फायर कर दिया। इस पर सरकारी फौज ने गोलियां बरसाकर अनेक को मौत के घाट उतार दिया। इनायत रसूल अपने साथी सहित शहीद हो ए। गोलाबारी में घायल अनेक व्यक्ति पाईबाग में स्थित कुंए में जान बचाने को कूद गए, लेकिन अधिकांश की मौत हो गई। एक अनुमान के अनुसार इस घटनाक्रम में करीब डेढ़ सौ लोगों को