बिजनाैर जनपद के पत्रकारिता के 125 साल












वर्धमान  काँलेज के  बिजनौर अंक 1998 − 99 में छपा श्री चंद्रमणि रघुवंशी का लेख

भूदेव कोशिक  ने बिजनौर से अपनी मासिक पत्रिका विनीता का प्रकाशन किया।कुर्रतुल हैदर अपनी पुस्तक कारे  जहां दराज है ,में कहती हैं कि अपने परिवार का अखबार था मुरक्का ए नहटौर1  इसे हाजी खलील  लखनउु  से छापते थे।  इसमें  खबर और हाउस पोइट्री छपती थी। इस  ब्लाग के    स्वामी अशाेक मधुप ने झालू से काफी समय विद्युल्लेखा साप्ताहिक का प्रकाशन किया।  उसके बाद साप्ताहिक बारूद औेर विस्फोट निकाला। बाद में    बारूद औेर विस्फोट का टाइटिल श्री उमेश चंद्र सोती को दे दिया।




 

Comments

Popular posts from this blog

बिजनौर है जाहरवीर की ननसाल

नौलखा बाग' खो रहा है अपना मूलस्वरूप..

पारसनाथ का किला