चारमीनार नजीबाबाद −तैय्यब अली की फेसबुक वॉल से

 पुरातत्व विभाग की अनदेखी के कारण नजीबाबाद के नवाब नजीबुद्दौला की प्राचीन नवाबी इमारतें एक-एक कर अपना अस्तित्व खो रही हैं

नजीबाबाद के ग्राम मोजमपुर तुलसी मे चारमीनार नाम से मशहूर इस ताजमहल को रोहिल्ला बेगम ने अपने पति की याद में बनवाया था आज से लगभग ढाई सो वर्ष पूर्व रोहिल्ला नवाब नजीबुद्दौला के नवासे नवाब जहांगीर खान की याद में उनकी बेगम ने चारमीनार नाम से शानदार मजार बनवाया था
नवाब जहांगीर खान की शादी किरतपुर के मुहल्ला कोटरा में हुई थी शादी के बाद वह अपनी बेगम को लेने कोटरा महल गए हुए थे तब लौटते समय जश्न की आतिशबाजी के दौरान छोड़ा गया गोला ग्राम पंचायत जीवनसराय के पास आकर नवाब जहांगीर खान के सीने चीर गया था तब उस हादसे में उनकी मौत हो गयी थी पति कि मौत के बाद उस हादसे से रोहिल्ला बेगम को बहुत सदमा लगा था तब उन्होंने नवाब की याद में नजीबाबाद के पास मोजममपुर तुलसी में चारमीनार नाम का आलीशान मकबरा बनवाया था
इस मकबरे के चारों ओर चार मीनारें आज भी जीर्ण शीर्ण स्थित मे आज भी मौजूद हैं। एक मीनार की गोलाई 15 फुट के आसपास है। प्रत्येक मीनार तीन खंडों में बनी है लखौरी ईंटों से बनी इन मीनारों की एक दूसरे से दूरी 50 फुट के आसपास है। चारों मीनारों के बीच में बना भव्य गुंबद ढह कर नीचे मलबा बन चुका है इसी गुंबद में नवाब जहांगीर खान की कब्र मौजूद है। चारो मीनारें भी अब धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त हो रही हैं। मीनारों के नीचे के भाग की हालत बहत ही खराब है उनकी ईंट लगातार निकलती जा रही हैं
जिला बिजनौर यूं तो कई गौरवशाली इतिहास समेटे हुए हैं और कई ऐतिहासिक इमारतों के लिए मशहूर भी है लेकिन बहुत जल्द आप को इस चारमीनार मकबरे से जुड़ी एक ऐसी प्रेम कहानी के बारे में बताउँगा जिसको जानकर आप भी रोमांचित महसूस करेंगे यह मकबरा ताजमहल के नाम से क्यों जाना और पहचाना जाता है इस ताजमहल के एक एक ऐसे अनछुए पहलू से आप को रूबरू कराउगा जो अटूट प्रेम की एक कहानी को संजोए हुए है
तभी तो सारा करिश्मा मोहब्बत का है वरना कौन पत्थर की इन दीवारों को ताजमहल कहता उस समय मातम में डूबी रोहिल्ला पठान नवाब जहांगीर खां की बेगम ने अपने शौहर की याद में नजीबाबाद के मौअज्जमपुर तुलसी में यह आलीशान मकबरा बनाया था मोहब्बत की एक ऐसी निशानी नजीबाबाद में आज भी खण्डहर के रूप में मौजूद हैं वास्तव में आज भी यह चारमीनार आकर्षण का केंद्र हैं
नोट:- दोस्तो समय निकाल कर मेरी कृति
मेरे कैमरे के फोटो एवं मेरी कुछ फ़ोटोग्राफ़ी भी जरूर देखिएगा
प्रस्तुति------------तैय्यब अली

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