समाजवादी चिन्तक चरणसिंह सुमन

 चरणसिंह सुमन संक्षिप्त परिचयः                चरणसिंह सुमन समाजवादी चिन्तक बहुमुखी प्रतिभा के धनी  समाजसेवी राजनैतिक  विचारधारा के पोषक जन नेता हुये । ग्रामीणांचल  के किसान परिवार में 16 नवम्बर,1924 को जटपुरा महावतपुर जिला  बिजनौर में हुआ  । उत्तर प्रदेश शासन द्वारा स्वाधीनता संग्राम एवं लोकतंत्र रक्षक सेनानी के रूप में सम्मानित  किया गया । राजनैतिक  विचारधारा से आजीवन संलग्न  रहे । आपातकाल  में 18 मास का कठोरतम  कारावास  जिला बिजनौर, केन्द्रीय कारागार बरेली और  केन्द्रीय  कारागार  फतेहगढ में भोगा ।  गरीब और आवाम के लिये  राशनिंग व्यवस्था शुरू कराने के लिए  भूख हड़ताल की ।अन्ना हजारे भ्रष्टाचार  मुक्त  समाज के आन्दोलन  के लिये क्रमिक अनशन  का नेतृत्व पर भगतसिंह चौक  पर किया । साहित्य लेखन  में अग्रणी रहे । मुट्ठीभर हवा,सुमन सौरभ दोहावली (सवा हजार दोहों का संकलन) सुमन चयनिका ( गीत गजल कहानी संस्मरण संग्रह ),स्वाधीनता संग्राम  वीरों की गाथा सचित्र इतिहास  लेखन, सुमनांजलि आल्हाखंड शहीद  परवीन  सिंह  रिक्खी सिंह  को समर्पित, यज्ञ ज्योति ठा0 तुंगल सिंह स्मृतिका,अन्त्याक्षरी प्रबोध, आओ हिन्दी पढ़ें प्रभृति  रचना करके हिन्दी साहित्य  को नये आयाम दिए ।  राष्ट्रपिता महात्मा गान्थी आचार्य  विनोवा भावे, डा0 राम मनोहर लोहिया, अटल बिहारी बाजपेयी, वी0 पी0 सिंह,  एच9 डी0 देवगौड़ा, चन्द्रशेखर, रामविलास  पासवान, जार्ज  फर्नांडीस,मधु लिमये, चम्पा लिमये, मृणाल गोरे, जय प्रकाश  नारायण  आदि राष्ट्रीय  नेताओ के संग साथ  कार्य  करने का संयोग जीवन काल में बना रहा ।  'संयुक्त धारा'  और 'रक्त धारा' साप्ताहिक  पत्र का सम्पादन भी किया!19 अगस्त 2014 को आपका निधन हुआ।








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