टेबिल टेनिस में पहचान खो रहा बिजनौर


टेबिल टेनिस में पहचान खो रहा बिजनौर

संवाद न्यूज एजेंसी

80-90 के दशक में जनपद में आयोजित हुए कई बड़े टूर्नामेंट

बिजनौर। 80 से 90 के दशक में बिजनौर में टेबिल-टेनिस काफी लोकप्रिय खेल रहा है। इस दौर में जनपद में टेबिल-टेनिस के कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट आयोजित किए गए। लेकिन जिला टेबिल टेनिस एसोसिएशन बंद होने से यह खेल जिले में अपनी पहचान खोता नजर आ रहा है।

बिजनौर ने मोहम्मद असलम, विजय अग्रवाल, देवेंद्र पहलवान, अनिल कुमार त्यागी जैसे कई टेबिल टेनिस खिलाड़ी दिए हैं। पूर्व टेबिल टेनिस खिलाड़ी और जिला टेबिल टेनिस के सदस्य रहे डॉ. अनिल कुमार त्यागी ने बताया कि 80-90 के दशक में बिजनौर में टेबिल टेनिस की एक अलग पहचान थी। उस दौर में बिजनौर में टेबिल टेनिस के अनेकों नेशनल व इंटरनेशनल टूर्नामेंट आयोजित किए जाते रहे। 1984 में भारत, मलयेशिया और इंडोनेशिया के बीच त्रिपक्षीय मुकाबला खेला गया था। उसी समय

बिजनौर के आरजेपी इंटर कॉलेज में भारत-पाकिस्तान पांचवां टेस्ट खेला गया था, जिसमें भारत ने जीत हासिल की थी। भारत-पाकिस्तान महिला चैंपियनशिप में भी भारत ने पाकिस्तान को हराया था।

जिला टेबिल टेनिस एसोसिएशन की ओर से वे स्वयं भी पांच से छह सालों तक कई स्टेट चैंपियनशिप खेल चुके हैं। उन्होंने बताया कि बिजनौर टेबिल टेनिस ने कई सालों तक जिले के युवाओं को प्रतिभा



दिखाने के मौके दिए। लेकिन वित्तीय संकट के चलते यह पिछले आठ सालों से बंद है। बिजनौर में प्रसिद्ध रहे शक्ति टाकीज के मालिक शांति प्रसाद मित्तल करीब 12 सालों तक एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे और देवेंद्र पहलवान सेक्रेटरी रहे। वे स्वयं भी उत्तर प्रदेश टेबिल टेनिस एसोसिएशन के ठेकेदार रहे हैं।

जिला टेबिल टेनिस एसोसिएशन बंद होने के बाद टेबिल टेनिस पर विराम लग गया। नेहरू स्पोर्ट्स



स्टेडियम में भी पिछले कई सालों से न तो टेबिल टेनिस पिच है और न कोच। काफी समय से बिजनौर से टेबिल टेनिस का कोई सितारा निकलकर सामने नहीं आ रहा है। उनका कहना है कि टेबिल टेनिस को फिर से जिंदा करने के लिए और बिजनौर की प्रतिभाओं को सामने लाने के लिए जिला खेल कार्यालय को इस और ध्यान देने की जरूरत है। जिला टेबिल टेनिस एसोसिएशन को फिर से खड़ा करने की जरूरत है ताकि बिजनौर के युवा प्रेरित हो सकें। जिला खेल कार्यालय के प्रभारी उपक्रीड़ाधिकारी का कहना है कि निदेशालय को इस संबंध में कई बार प्रस्ताव भेजा जा चुका है।

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